उत्तराखंड 29 नवंबर 2023। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिलक्यारा टनल से सफलतापूर्वक बचाए गए श्रमिकों से बातचीत करते हुए कहा कि यह एक बड़ा संकट का दौर था, और बाबा केदारनाथ और बद्रीनाथ भगवान की कृपा रही कि सभी लोग सकुशल बाहर आ गए।
प्रधानमंत्री ने इस घड़ी में फंसे श्रमिकों के साथ शबान अहमद, गब्बर सिंह नेगी, अखिलेश, और सोनू से भी बातचीत की। श्रमिकों ने सुरंग के अंदर के जीवन के अनुभवों को साझा किया और बताया कि कैसे उन्होंने स्वस्थ रहने के लिए मॉर्निंग वॉक और योग का अभ्यास किया।
मोदी ने गब्बर सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी कठिनाईयों के समय वह अपनी पूरी टीम को संभालने में सफल रहे हैं, और उन्हें एक उच्च योग्यता के लिए कोई यूनिवर्सिटी केस स्टडी करनी चाहिए।
बातचीत के दौरान श्रमिकों ने प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया और पीएम ने सभी श्रमिकों की मेहनत की तारीफ की, उनके हौसले, जज्बे और सहयोग की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि इन श्रमिकों के संयम और सहयोग का दृढ़ उदाहरण दिखा गया है।
प्रधानमंत्री ने श्रमिकों के परिवार के सदस्यों के सहयोग का भी स्तुति की और उन्हें धन्यवाद दिया कि उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन के समय मदद की। उन्होंने कहा कि देशवासियों की दुआ ने भी कामयाबी में योगदान किया है।
मोदी ने कहा कि यह घटना देशवासियों को एक बड़े संकट के समय कैसे व्यवहार करना चाहिए, उसका एक सशक्त प्रेरणा स्रोत होना चाहिए। उन्होंने श्रमिकों की मेहनत की तारीफ की और उनके साथी स्वास्थ्य कर्मचारियों को भी धन्यवाद दिया जो इस रेस्क्यू मिशन में जुटे थे।
उत्तराखंड के सिलक्यारा टनल में फंसे सभी 41 श्रमिकों को मंगलवार को सफलतापूर्वक बचा लिया गया था। डॉक्टरों ने सभी मजदूरों की मेडिकल स्थिति को देखकर उन्हें स्वस्थ घोषित किया था। प्रधानमंत्री ने सभी श्रमिकों के साथ फोन पर बातचीत कर उनका हौसला बढ़ाया और उन्हें सकुशल बाहर निकालने के लिए सभी संघर्षक को मुबारकबाद दी।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय दी और सिलक्यारा टनल के हादसे में जुटे सभी लोगों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस घटना से हमें सिखने का मौका मिला है और हम सभी तकनीकी सुरक्षा की ओर अग्रसर होंगे। गडकरी ने बचाव कार्य में शामिल सभी को धन्यवाद दिया और देश को सुरक्षित रखने के लिए उच्च योग्यता का इस्तेमाल करने का आश्वासन दिया।








