राजनांदगांव 20 फरवरी 2023। आज जिले के बोरतलाव थाना क्षेत्र के छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र बॉर्डर में आज सुबह करीब 7 बजे नक्सलियों ने गोलीबारी कर दी। बोरतलाव थाना से 2 किलो मीटर दूर चेक पोस्ट के पास नक्सलियों द्वारा की गई। गोलीबारी में जिला पुलिस का एक जवान और सीएएफ का एक जवान शहीद हो गए। गोलीबारी के बाद नक्सलियों ने जवानों की मोटरसाइकिल को आग भी लगा दी। सूचना मिलने पर छत्तीसगढ़ पुलिस और महाराष्ट्र की फोर्स घटनास्थल पर पहुंची।
नक्सलियों द्वारा डोंगरगढ़ से 15 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़ सीमा पर ग्राम बोरतलाव में सुरक्षा बल के 2 जवानों पर गोली बारी की गई। घात लगाए बैठे नक्सलियों ने जवानों की मोटरसाइकिल को चेक पोस्ट के समीप रोका और फायरिंग शुरू कर दी, साथ ही उनके मोटर साइकिल को भी जला दिया गया जिसमें राजेश सिंह राजपूत को 6 गोलियां लगी, जिससे वे घटना स्थल पर शहीद हो गए और एक जवान ललित कुमार समर्थ को सिर पर गोली लगी जिसे प्राथमिक उपचार हेतु डोंगरगढ़ हॉस्पिटल लाया गया जिसकी रास्ते में मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर फर्रुखाबाद के जवान पहुंचे साथी दुर्ग रेंज आईजी आनंद छाबड़ा भी मौके पर पहुंचे। राजनांदगांव एएसपी लखन पटले ने बताया कि- सुबह 7 बजे दो जवान महाराष्ट्र बॉर्डर की ओर निकले थे। जिस पर नक्सलियों ने उन्हें रोककर फायरिंग कर दी। घटना में एक जवान की मौत घटनास्थल पर ही हो गई और एक जवान ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। जवान इस ओर क्यों निकले थे और यह घटना कैसे घटी इस पूरे मामले की तमाम बिंदुओं पर जांच की जा रही है ।घटना के बाद सुरक्षा बलों ने सर्चिंग बढ़ा दी है।
राजेश सिंह था नक्सलियों के टारगेट में
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जवान राजेश सिंह नक्सलियों के टारगेट में था। बताया जा रहा है कि बॉर्डर पर कच्ची शराब पर कार्रवाई को लेकर लगातार राजेश सिंह काम कर रहे थे । जिसे लेकर राजेश सिंह हमेशा से टारगेट पर रहा है। इसी के तहत आज सुबह जिस प्रकार से घटना घटी है। उससे ऐसा लग रहा है कि ही राजेश सिंह कही ना कहीं शराब तस्करी और नक्सलियों की मुखबिरी के टारगेट में था।
पहली बार इंट और पत्थरों से हमला
बोरतलाब में आज घटी घटना को देखकर ऐसा लग रहा है कि पहली बार नक्सलियों ने गोलीबारी कर इट और पत्थरों से हमला किया है, इससे ऐसा लग रहा है कि यह नक्सली घटना है या शराब तस्करों द्वारा इस घटना को नक्सली रूप देने की साजिश तो नही है। घटना को लेकर कोई भी नक्सली संगठन ने इस घटना की जिम्मेदारी नही ली है और घटना स्थल पर ना ही नक्सली पर्चे मिले हैं।
क्या कहती है पुलिस
बाइट-1-– लखन पटले, अतरिक्त पुलिस अधीक्षक, राजनांदगांव