रायगढ़ 1 अप्रैल 2022। देश में हत्या के मामले लगातार (Crime in increasing in india) बढ़ते ही जा रहे हैं। रोजाना देश के अलग-अलग हिस्सों से हत्या की खबरें सामने आ रही है। ताजा मामला छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले का है, जहां एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी गई है। मरने वालों में 10 साल की बच्ची, उसके पिता और दादी शामिल हैं। तीनों कुछ दिन पहले महुआ बीनने के लिए घर से निकले थे और जंगल में ही झोपड़ी बनाकर रह रहे थे। वहां किसी ने पत्थर से मार-मार कर तीनों की हत्या कर दी। सूचना मिलने पर SP और SDOP समेत कापू थाना प्रभारी और पुलिस मौके पहुंची और घटना की जांच की।
पुलिस के मुताबिक चालहा गांव की रहने वाली दुहनी बाई (उम्र 65) अपने बेटे अमृत लाल (उम्र 30) और नतिन अमृता (उम्र 10) के साथ तीन-चार दिन पहले महुआ बीनने के लिए आश्रित गांव धवाईडांड गए थे। वहां जंगल में ही महुआ के पेड़ के नीचे झोपड़ी बनाकर रह रहे थे। बताया जा रहा है कि सुबह जब ग्रामीण उधर से निकले तो तीनों के शव झोपड़ी के बाहर ही पड़े थे। इस पर उन्होंने कोटवार को सूचना दी। इसके बाद पुलिस और डॉग स्क्वायड की टीम मौके पर पहुंची। साथ ही मामले की जांच की।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
शरीर पर धारदार हथियार के निशान नहीं मिले हैं। बच्ची का चेहरा जरूर पत्थर से कुचला गया था। इसके साथ ही पिता-पुत्री को भी पत्थरों से मारकर हत्या की गई। हत्या का कारण अभी स्पष्ट नहीं है। SP अभिषेक मीना ने जिले के सीमा का सील करने के आदेश दिए हैं। वहीं पुलिस जल्द ही आरोपियों को पकड़ने और मामले का खुलासा करने का दावा कर रही है।
सरगुजा में भी हुई थी 3 लोगों की हत्या
बता दें कि 8 सितंबर 2021 में सरगुजा जिले में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया था, जहां मां, बेटे और ससुर की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। मृतकों में 11 साल का बच्चा, 29 साल की महिला और करीब 55 साल का बुजुर्ग शामिल थे। छत्तीसगढ़ अपराधों का गढ़ बनता जा रहा है। बढ़ते अपराधों के आंकड़ों को लेकर BJP विधायक शिवरतन शर्मा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ कभी शांति का टापू हुआ करता था, जो आज अपराध का गढ़ बन गया है। आंकड़ों की बात करें तो छत्तीसगढ़ दुष्कर्म के मामले में 10वां और अपहरण के मामले में 7वें स्थान पर है।