कलेक्टर नम्रता गांधी ने जल का सदुपयोग करने जिलेवासियों से की अपील
धमतरी 1 अप्रैल 2024। ’जल है तो कल है’ इस सिद्धांत को साकार करना हो तो, हर व्यक्ति को जल की महत्ता को समझते हुए इसका सदुपयोग करना चाहिए। जल के इसी महत्व को समझते हुए कलेक्टर नम्रता गांधी ने जिले में जल के दुरूपयोग करने वालों पर सख्त से सख्त कार्यवाही करने के निर्देश लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को दिये।
कलेक्टर के निर्देशों के परिपालन में पीएचई के मैदानी अमले द्वारा जिले में सरकारी नल के दुरूपयोग को रोकने सरकारी नल में टुल्लू पम्प लगाकर पानी खींचने वालों पर कार्यवाही कर 12 टूल्लू पम्पों को जप्त किया गया। बता दें कि यह नगरी विकासखंड के ग्राम घटुला के ग्रामीणों द्वारा शिकायत की गयी थी, कि कुछ घरों में टूल्लूपंप की सहायता से पानी की चोरी की जा रही है, जिसके कारण उनके घरों में पानी पर्याप्त मात्रा में नहीं पहुंच पा रहा है।
कलेक्टरनम्रता गांधी ने जल संरक्षित करने जिलेवासियों से की अपील :
गर्मी का मौसम शुरू होने से जिले के नदी, तालाब, कुआ और जलस्त्रोतों में पानी की कमी हो रही है। कलेक्टर नम्रता गांधी ने जिले से कहा हे कि सभी जीवों के लिए पानी सबसे आवश्यक है। जिले के जलस्त्रोतों में पानी की कमी होने से ऐसे में हमें पानी को बचाने के लिए पर्याप्त प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा है कि जितनी जरूरत है, उतना ही पानी इस्तेमाल करें। व्यर्थ में पानी बर्बाद न करें, क्योंकि पानी पर हमारे आने वाली पीढ़ी का भी अधिकार है। उन्होंने कहा कि शासकीय कार्यालयों, भवनों, स्कूल सहित घरों में बारिश का पानी संचित करें।
कलेक्टर ने जिलेवासियों से कहा कि पेयजल की समस्या को ध्यान में रखते हुए कोई भी अपने घरों में पेयजल आपूर्ति हेतु टूल्लूपंप का उपयोग न करें, यह गैरकानूनी है। ऐसा करते पाये जाने पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी।
पेयजल संबंधी शिकायतों के लिए कंट्रोल रूम स्थापित :
कलेक्टर गांधी के निर्देश पर जिला स्तर पर पेयजल की समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी संभाग धमतरी के कक्ष क्रमांक 1 में स्थापित कंट्रोल रूम का टोल फ्री नंबर 18002330008 और दूरभाष नंबर 07722-238719 है। डिप्टी कलेक्टर प्रीति दुर्गम को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जिनका मोबाईल नंबर 75874-81841 है। साथ ही नोडल अधिकारी के मार्गदर्शन में कार्य संपादित करने के लिये कर्मचारियों की तैनाती की गई है।
कंट्रोल रूम में ड्यूटी लगे कर्मचारियों का दायित्व होगा कि वे प्रतिदिन 30 ग्राम पंचायतों के सरपंच/सचिवों से सम्पर्क कर पेयजल की समस्याओं की जानकारी लेकर अधिकारियों को समस्याओं से अवगत करायेंगे तथा 24 घंटे में उनके निराकरण की स्थिति की जानकारी भी लेंगे। उल्लेखनीय है कि जिला स्तर पर स्थापित पेयजल कंट्रोल रूम में 15 मार्च से अब तक प्राप्त 368 शिकायतों में से 218 का निराकरण कर लिया गया है। इनमें धमतरी विकासखं डमें प्राप्त 95 शिकायतों में से 72 निराकृत, कुरूद विकासखं डमें प्राप्त 94 शिकायतों में से 39, मगरलोड में प्राप्त 72 शिकायतों में से 23 और नगरी विकासखंड में प्राप्त 106 शिकायतों में से 84 का निराकरण कर लिया गया है।