जयपुर 8 नवंबर 2022। राजस्थान के भरतपुर जिले में डीग तहसील के राजकीय माध्यमिक विद्यालय नगला मोती में शारीरिक शिक्षक मीरा कुंतल (जेंडर चेंज कराने के बाद अब आरव) लड़का बन गई हैं। लोग अब उन्हें मीरा नहीं, बल्कि आरव कुंतल के नाम से ही पुकारते हैं। मीरा पैदा तो लड़की के रूप में हुई थी, मगर उसके हाव-भाव लड़कों जैसे थी। चिकित्सकों की राय में इसे डिस्फोरिया कहा जाता है।
मीरा की दिल्ली के एक हॉस्पिटल में 25 दिसंबर, 2019 से 2021 तक जेंडर चेंज की सर्जरी चली। इन तीन साल में मीरा की स्टूडेंट कल्पना ने पूरा ख्याल रखा। इसी दौरान दोनों में प्यार हुआ। हाल ही में 4 नवंबर को कल्पना और आरव परिणय सूत्र में बंध गए। आरव के पिता वीरी सिंह ने बताया, मीरा उनकी चार बेटियों में सबसे छोटी थी। आरव को अब उसकी बहनें बतौर भाई राखी बांधती हैं और भांजे उन्हें मामा कहकर बुलाते हैं।
कल्पना कबड्डी की होनहार खिलाड़ी हैं। डीग के गांव नगला मोती निवासी कल्पना ने 10वीं में पढ़ाई के दौरान कबड्डी कोच मीरा कुंतल (अब आरव) के निर्देशन में पहली बार राज्य स्तर पर कबड्डी में परचम फहराया था। कल्पना ने कक्षा 11वीं-12वीं में भी स्टेट लेवल पर खेलने के साथ ग्रेजुएशन के दौरान नेशनल लेवल पर साल 2021 में दमखम दिखाया। कल्पना अब जनवरी में इंटरनेशनल प्रो-कबड्डी में भाग लेने दुबई जाएंगी।
साल 2016 से राजकीय माध्यमिक विद्यालय नगला मोती में शारीरिक शिक्षक मीरा कुंतल भी उत्कृष्ट खिलाड़ी रही हैं। मीरा क्रिकेट में नेशनल लेवल पर तीन और हॉकी में चार बार खेल चुकी हैं। अब आरव अपने विद्यालय के विद्यार्थियों को कबड्डी और वालीबॉल की कोचिंग दे रहे हैं। दुल्हन कल्पना ने बताया कि मेरे स्कूल में मीरा शारीरिक शिक्षक थीं। मीरा ने अपना जेंडर चेंज करा लिया और वह लड़का बन गईं। हम दोनों में प्यार था, इसलिए हम दोनों ने शादी कर ली। इस शादी के लिए दोनों के ही परिवार खुश हैं।
जेंडर चेंज कराकर मीरा से अब दूल्हा बनने के बाद उन्होंने अपना नाम भी आरव कर लिया है। आरव ने बताया, मैं सरकारी स्कूल में शारीरिक शिक्षक हूं। उसी गांव की स्टूडेंट कल्पना खेलने में बहुत अच्छी थी। उसी दौरान हम दोनों के बीच प्यार हो गया था। मैं लड़की के रूप में पैदा हुई, मगर मुझे लगता था कि मैं लड़की न होकर लड़का हूं। इसलिए मैंने अपना जेंडर चेंज करा लिया और अपने स्टूडेंट कल्पना के साथ शादी कर ली।