धमतरी 18 जुलाई 2022। भारी बारिश के बाद गंगरेल बांध से रविवार 14 गेट के माध्यम से 10 हजार क्यूसेक पानी महानदी में छोडा जा रहा है। प्रत्येक गेट 10 सेंमी खोला गया है। इस मौके पर जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता आरके नागरिया, कलेक्टर पीएस एल्मा, एसपी प्रशांत ठाकुर, महापौर विजय देवांगन, जिला कांग्रेस अध्यक्ष शरद लोहाना, कार्यपालन अभियंता एके कलाडिया प्रमुख रूप से मौजूद थे।
अच्छी बारिश के चलते धमतरी के बांधों की स्थिति में सुधार आ गई है वही 32 टीएमसी वाले रविशंकर जलाशय गंगरेल बांध में लगभग 30 टीएमसी पानी भर चुका है जिसके चलते प्रशासन ने गंगरेल बांध के गेट खोलने का फैसला लिया और 14 गेट खोल दिए गए हैं गेट खोलने से पहले सायरन से आसपास के क्षेत्र में अलर्ट किया गया इस दौरान जिला प्रशासन मौजूद था। गंगरेल बांध के गेट खोलने से पहले महानदी के आसपास बसे गांव में मुनादी करा कर नदी में जाने से मना किया गया। बताया गया कि केचमेंट एरिया से गंगरेल बांध में प्रति सेकंड 35 हजार क्यूसेक पानी की आवक हो रही है इसके विपरीत गंगरेल बांध से लगभग 10 हजार क्यूसेक पानी शुरूआती दौर में छोड़ा जा सकता है इसके बाद आवक के हिसाब से उतना ही पानी नदी में छोड़े जाने की संभावना है फिलहाल जिला स्तर के अधिकारियों से लेकर राज्य स्तर के प्रमुख अधिकारियों की नजर गंगरेल बांध की स्थिति पर टिकी हुई है वही बांध के खुलने का नजारा देखने लोगों की भीड़ भी काफी है।
राज्य के सबसे बड़े बांध गंगरेल में पानी की भरपूर आवक होने के बाद पहली बार ऐसी नौबत आई है कि जुलाई महीने में बांध के गेट को खोल कर नदी में पानी का डिस्चार्ज शुरू करना पड़ा है आमतौर पर अगस्त के महीने में ही बांध के गेट खोले जाते थे लेकिन इस बार केचमेंट एरिया में मूसलाधार बारिश के चलते ऐसी स्थिति निर्मित हुई है कि लबालब होने की स्थिति में पहुंच गया। जल संसाधन विभाग के आला अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में बांध से पानी का डिस्चार्ज शुरू किया गया है शुरुआती दौर में लगभग 10 हजार क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज 14 गेट के माध्यम से किया जा रहा है, फिलहाल अब आने वाले समय में कितना पानी छोडऩा है वह इस बात पर निर्भर करेगा कि केचमेंट एरिया से पानी की कितनी आवक बांध में हो रही है अधिक बारिश होती है और बांध में पानी की आवक बढ़ती है तो पानी का डिस्चार्ज करना पड़ सकता है लिहाजा तब तक इलाकों में बसे गांव को अलर्ट जारी कर दिया गया है ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना निर्मित ना हो।