राजनांदगांव जिले के ब्लॉक संयोजकों में निलेश ठावरे को राजनादगांव,मुन्ना नंदेश्वर को डोंगरगढ़,अविनाश मेश्राम को अंबागढ़ चौकी, उत्तम बागड़े को खैरगढ़,ओमप्रकाश रामटेके को डोंगरगांव का ब्लॉक संयोजक बनाया गया
राजनांदगांव 3 जुलाई 2022।जाति प्रमाण पत्र संघर्ष मोर्चा, छत्तीसगढ़ की राज्यस्तरीय बैठक दिनांक 30/06/022 दिन गुरुवार को सेक्टर 4, भिलाई,में आहूत की गई थी।जिसमें जाति प्रमाण पत्र संघर्ष मोर्चा,छत्तीसगढ़ के सभी प्रदेश प्रतिनिधि शामिल हुए।बैठक में अनुसूचित जाति वर्ग के महार जाति वर्ग के साथ अन्य जातीय वर्गो को जाति प्रमाण पत्र प्राप्त करने में आ रही समस्याओं पर चर्चा की गई।जाति प्रमाण पत्र के अभाव में समाज के व्यक्तियों को आरक्षण के लाभ, शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश एवं शासन द्वारा संचालित योजनाओं से वंचित होना पड़ रहा है।
छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के 22 साल बाद भी इस समस्या का अब तक कोई स्थाई समाधान नहीं निकल पाया।इस वर्ग के व्यक्तियों द्वारा अपनी जाति प्रमाणित करने के बाद भी मात्रात्मक त्रुटि एवं 1950 के पूर्व निवास की बाध्यता के चलते यह समस्या बनी हुई है।
बैठक में शासन द्वारा वर्ष 2013 में जारी किए गए निर्देशों में आवश्यक संशोधन की मांग पर विचार किया गया।जिसमें मुख्य रूप से महार जाति वर्ग के व्यक्तियों को छत्तीसगढ़ राज्य में अनैच्छिक प्रवर्जन की स्थिति में व राज्य निर्माण की तिथि 1 नवम्बर 2000 को छत्तीसगढ़ की वर्तमान सीमा में निवासरत व्यक्तियों एवं इससे पूर्व न्यूनतम 15 या 20 वर्ष से निरंतर तथा स्थाई रूप से निवासरत व्यक्तियों को जाति प्रमाण पत्र एवं आरक्षण का लाभ दिए जाने का विचार रखा गया।साथ ही जाति के नाम उल्लेख पर मात्रात्मक त्रुटि के सुधार के लिए भी विचार किया गया।
जाति प्रमाण पत्र की समस्या के समाधान के लिए केंद्रित जाति प्रमाण पत्र संघर्ष मोर्चा को राज्य के सभी क्षेत्रों से समर्थन प्राप्त हो रहा है।अब तक राजनांदगांव, दुर्ग,भिलाई,रायपुर,दल्लीराजहरा, जगदलपुर,कांकेर,बीजापुर, बिलासपुर,रायगढ़ से इस मुहिम को सबका समर्थन मिल रहा है।बैठक में अपनी मांगों को शासन,प्रशासन को अवगत कराने के लिए सभी जिलों में क्रमवार सांकेतिक धरने का आयोजन किया जाना सुनिश्चित किया गया है।
सभी क्षेत्रों के विधायको एवं जन प्रतिनिधियों को भी ज्ञापन के माध्यम से इस विषय से अवगत कराने का निर्णय लिया गया।
जातीय बहुलता एवं संगठन के मजबूती को देखते हुए राजनांदगांव से सांकेतिक धरने को प्रारंभ करने की सहमति सभी के द्वारा दी गई।
राज्य प्रतिनिधियों द्वारा राजनांदगांव जिले के ब्लॉक संयोजकों का गठन किया गया,जिसमें निलेश ठावरे को राजनादगांव,मुन्ना नंदेश्वर को डोंगरगढ़,अविनाश मेश्राम को अंबागढ़ चौकी, उत्तम बागड़े को खैरगढ़,ओमप्रकाश रामटेके को डोंगरगांव का ब्लॉक संयोजक बनाया गया है।आगमी दिनों में संगठन के विस्तार अन्य जिलों में करके जिलों के अलावा राज्य स्तर पर सांकेतिक धरने की रूपरेखा बनाई गई।
बैठक में मुख्य रूप सुनील रामटेके,भोजराज गौरखेड़े,अनिल खोबरागढ़े,रविन्द्र रामटेके, एल.उमाकांत,पि.पि.वर्मा,सुजाता रामटेके, प्रतिमा वासनिक,अनिल गजभिये,राजू बारमाटे, निलेश ठावरे,मुकेश बंबोडे,यशवंत रामटेके, मधुकर ठावरे,पीयूष उके सहित जाति प्रमाण पत्र संघर्ष मोर्चा के एवं सभी सामाजिक संगठनों के प्रमुख उपस्थित थे।