2 जून 2021 | प्रकृति का रंग – पंगोलिन्स एक प्रकृति का एक अतभूत जीव मे एक है जो आकार मे छिपकली जैसा प्रतीत होता है, तथा कर्कश चींटी को भोजन के रूप मे लेता है| इसके शरीर के ऊपरी हिस्से मे एक मजबूत ऊतक की परत होती है| यह जीव अपने शरीर को एक गेंद की तरह गोल करने मे भी सक्षम होते है| यह मुख्य रूप से एशिया महाद्वीप मे पाये जाते है|
अगर भारत के विभाजन से देखा जाये तो यह जीव पूर्ण रूप से वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की अनुसूची 1 के तहत संरक्षित है| यह एक विडम्बना है की इसके कुछ प्रजाति सिर्फ निर्जीव रूप से ही देखे गए है| इनकी कम उपलब्धता एवं अधिक दाम शिकारियो को आकर्षित करता है|
हाल ही मे छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले मे पंगोलीन के तस्करी के वारदात सामने आए है, और स्थानीय पुलिस ने 2 लोगो को इस मामले मे गिरफ्तार भी किया है|
वन्यजीव तस्करों द्वारा इस प्रजाति को अत्यधिक बेशकीमती माना जाता है क्योंकि यह गलत धारणा है कि इसके शरीर के अंग और खाल आदि कई बीमारियों का इलाज हैं। पर एक जीव की जान बचाने हेतु दूसरे जीव की जान लेना मे कोई भी न्याय साबित नहीं होता| हम सभी को इस अदभूत जीव को संरक्षित करना होगा ।